umdasoch.blogspot.com
धनात्मक चिन्तन: February 2010
http://umdasoch.blogspot.com/2010_02_01_archive.html
धनात्मक चिन्तन. Thursday, February 18, 2010. वो कहते है की हम "दंगाई" है! उम्दा सोच. Http:/ umdasoch.blogspot.com/2010/02/blog-post.html. ए भैया फिर ब्लॉग पर हिन्दू-मुस्लिम दंगा न करवाना यार। बड़ी मुश्किल से बंद हुआ है।. Wednesday, February 17, 2010 9:47:00 PM GMT 05:30. इ देखो! बवाल भाई तो हमको दंगाई बना गए! अरे बवाल भाई ये आप को नया एंगिल कहा से मिला? हम कब बोले इस देश पर मुसलमानों का हक़ नहीं है? हम कब बोले सारे मुसलमान आतंकवादी है? हमने कहा उलेमाओं से जेह...हमने कहा बता दो...Links to this post.
umdasoch.blogspot.com
धनात्मक चिन्तन: June 2007
http://umdasoch.blogspot.com/2007_06_01_archive.html
धनात्मक चिन्तन. Friday, June 22, 2007. सभी ब्लागिओ को मेरा नमस्कार है! नाम के अनुसार अपना मत जल्द ले कर आप के सामने हाज़िर हो रहा हु! उम्दा सोच. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). काल फ़ुन्तणु. चिंतित मैं. उम्दा सोच. अब दिल्ली के बडॆ दिल मे समा गया हूँ! View my complete profile. गठरी से निकालें अजय जी. उड़नतश्तरी पर बैठ कर. मयंकजी की राय में. बैडफ़ेथ गुडथाट. विमलजी ठुमरी सुनावैं. विस्फ़ोट करते संजय तिवारीजी. वसुधैव कुटुम्बकम. असल कश्मीरी की पीड़ा. Http:/ kashmiris-in-exile.blogspot.com/.
umdasoch.blogspot.com
धनात्मक चिन्तन: August 2007
http://umdasoch.blogspot.com/2007_08_01_archive.html
धनात्मक चिन्तन. Thursday, August 2, 2007. राष्ट्रवादी "मूस मुटाये लोढा होए". आज देश में जो कुछ भी गलत हो रहा हैं उसका दोष लोग नेता,सरकारी तंत्र,पुलिस और भ्रष्ट प्रशासन को देते हैं! यानी भ्रष्ट नेता,भ्रष्ट सरकारी तन्त्र, भ्रष्ट पुलिस. तमाम भ्रष्ट! तो समस्या जन्म लेती है भ्रष्ट आचरण. से यानी इन सभी के पीछे है भ्रष्टाचार. और भ्रष्टाचार क्यो है? नैतिक मूल्यों की कमी से! राष्ट्रवादी मूल्यों के अव्मूल्यन सें! तो भईया नैतिकता आये कहाँ से? उम्दा सोच. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom).
umdasoch.blogspot.com
धनात्मक चिन्तन: October 2009
http://umdasoch.blogspot.com/2009_10_01_archive.html
धनात्मक चिन्तन. Thursday, October 8, 2009. मर्द बेचारा भाग-१. तुम जाओ यार मेरी बीवी नही आनें दे रही है! ग्रहस्थों की वर्तमान अवस्था को देखकर एक विचार मन मे आता है , की यदि कोलंबस शादीशुदा होता तो शायद कभी भी अमरीका की खोज नही कर पाता! सम्भवतः उसे पहले निम्नलिखित का सामना करना पड्ता! कहाँ जा रहे हों? किसके साथ? क्यों? कैसे जा रहे हो? क्या खोजने? क्यों सिर्फ़ तुम ही जा रहे हो? मै यहाँ अकेले क्या करुँगी? क्या मै भी तुमहारे साथ चलूँ? कब वापस लौटोगे? डिनर घर पर ही करोगे ना? झूठ मत बोलो. Links to this post.
umdasoch.blogspot.com
धनात्मक चिन्तन: January 2010
http://umdasoch.blogspot.com/2010_01_01_archive.html
धनात्मक चिन्तन. Friday, January 15, 2010. जहाँपनाह तुस्सी ग्रेट हो! तोहफा क़ुबूल करो! Jahapana tussi great ho……. Tohfa kubool karo…. हमारे जीने का मकसद चिता तक एक लंबा सुरक्षित सफ़र तय करना भर नहीं है , ये सफ़र है खुशिया बिखेरते और गम बटोरते चलते रहने का! परिस्थितिया चाहे कोई भी हो दिल से सदा कहो. भैया आल इज्ज़ वेल! उम्दा सोच. Links to this post. Wednesday, January 13, 2010. उसने कहा था" पर किसने कहा? ये किसकी ऊँगली है,जो ऊँगली कर रहा है? गिरीन्द्र नाथ झा. संजय तिवारी. अर्शिया. Dr Smt. ajit. आदि ज&...
umdasoch.blogspot.com
धनात्मक चिन्तन: हिन्दू मर रहा था , पर किसी ने नहीं बचाया !!!
http://umdasoch.blogspot.com/2010/12/blog-post.html
धनात्मक चिन्तन. Friday, December 3, 2010. हिन्दू मर रहा था , पर किसी ने नहीं बचाया! लीकाप्टर में चार सवार थे हिन्दू , मुसलमान , सिक्ख , इसाई! विमान दुर्घटनाग्रस्त होने वाला था सो चारो कूद गए! हिन्दू को छोड़कर सारे बच गए! हिन्दू की आत्मा को यमराज लेकर जाने लगे तो उसने यमराज से पूछा की "मै ही सिर्फ क्यों मरा बाकी कैसे बच गए? यमराज ने कहा की. विपदा में. उम्दा सोच. सुनील दत्त. मकसद तो ठीक है पर विवरण सही नहीं है।. Friday, December 3, 2010 at 6:26:00 PM GMT 5:30. राहुल पंडित. सुनील जी मरन...चिं...अब दì...
umdasoch.blogspot.com
धनात्मक चिन्तन: September 2007
http://umdasoch.blogspot.com/2007_09_01_archive.html
धनात्मक चिन्तन. Wednesday, September 19, 2007. अनिवासी पूर्वांचली बाटी चोखा कैसे बनाये. बाटी के लिये सामग्री. ४ कप गेहु का आटा ठन्डे पानी से गून्द ले! बाटी मे भरने के लिये सामग्री. १ कप सत्तु,. २ टेबल स्पून लाल मिर्चे के अचार वाला सरसों का तेल. २ चुटकी हींग. १ टी स्पून अज्वाइन. १ टी स्पून मंगरैल. १ बडा़ प्याज़ बारीक काटा हुआ. १० लहसुन के कोये. १ टी स्पून निम्बू का रस. नमक स्वाद अनुसार।. चोखा के लिये सामग्री. १ बडा़ बैगन. २ टमाटर २ प्याज़ बारीक कटा हुआ. २ बडे आलू. १० कोए लेह्सुन. उम्दा सोच. राजा...ब्र...
umdasoch.blogspot.com
धनात्मक चिन्तन: भारतवर्ष की चुनौतियाँ और उनके समाधान !
http://umdasoch.blogspot.com/2011/04/blog-post.html
धनात्मक चिन्तन. Wednesday, April 6, 2011. भारतवर्ष की चुनौतियाँ और उनके समाधान! भारत की स्वतन्त्रता से चली आ रही विडम्बना -. भारत की आज़ादी के सबसे बड़े खलनायक विन्स्टन चर्चिल का विचार था. आम जीवन में झूठ बोला जाता है , अदालत में सफ़ेद झूठ और संसद से देश की जनता से बोले जाने के लिए आकड़ो का झूठ .". विडम्बना ये रही की इस झूठ को समझे कौन और समझाए कौन? ऐतिहासिक झूठो के उदहारण स्वरुप =. हम भारतीयों में कमी कहाँ है? कांग्रेस द्वारा आज़ाद. इससे शिक्षा लेते हुए स्...ये आज के सबसे गंभ...देश की च&...उनके...
umdasoch.blogspot.com
धनात्मक चिन्तन: वो कहते है की हम "दंगाई" है!!! - उम्दा सोच
http://umdasoch.blogspot.com/2010/02/blog-post_18.html
धनात्मक चिन्तन. Thursday, February 18, 2010. वो कहते है की हम "दंगाई" है! उम्दा सोच. Http:/ umdasoch.blogspot.com/2010/02/blog-post.html. ए भैया फिर ब्लॉग पर हिन्दू-मुस्लिम दंगा न करवाना यार। बड़ी मुश्किल से बंद हुआ है।. Wednesday, February 17, 2010 9:47:00 PM GMT 05:30. इ देखो! बवाल भाई तो हमको दंगाई बना गए! अरे बवाल भाई ये आप को नया एंगिल कहा से मिला? हम कब बोले इस देश पर मुसलमानों का हक़ नहीं है? हम कब बोले सारे मुसलमान आतंकवादी है? हमने कहा उलेमाओं से जेह...हमने कहा बता दो...यही तो प&...सच कड़व...