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व्यंग्य गाथा: October 2010
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शुक्रवार, 29 अक्तूबर 2010. दिखने वाले कलमकार के रूतबे. प्रस्तुतकर्ता. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. शुक्रवार, 22 अक्तूबर 2010. मालदार गरीब का मुखौटा. इतवारी अखबार रायपुर में प्रकाशित।. प्रस्तुतकर्ता. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. नई पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). ब्लॉग आर्काइव.
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व्यंग्य गाथा: January 2013
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शनिवार, 19 जनवरी 2013. कैसी-कैसी पतंगबाजी. प्रस्तुतकर्ता. 1 टिप्पणी:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). कुंजबिहारी साहू - चिराग. राजीव तनेजा - हंसते रहो. प्रमोद तांबट - व्यंग्य ब्लाग. शरद उपाध्याय - व्यंग्यकार. अंशुमाली रस्तोगी - व्यंग्यकार. अविनाश वाचस्पति - व्यंग्यकार. प्रमोद ताम्बट का - व्यंग्यलोक. राजकुमार साहू - चिंतन. ब्लॉग आर्काइव.
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व्यंग्य गाथा: June 2011
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बुधवार, 15 जून 2011. बाबागिरी का कमाल. बाबागिरी. लोगों. गांधीगिरी. बाबागिरी. तिजोरी. गांधीगिरी. संतुष्ट. बाबागिरी. करोड़ों. होती।. खुलासा. संपत्ति. बाबागिरी. तिमारदारी. हैं।. बाबाओं. इसके लिए किसी योग्यता की जरूरत भी नहीं पड़ती? पढ़ाई के बारे में कोई पूछने वाला नहीं होता? इतने कम समय में पैसा कमाने का भला और शॉर्टकट रास्ता हो सकता है? प्रस्तुतकर्ता. 1 टिप्पणी:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. नई पोस्ट. मुख्यपृष्ठ.
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व्यंग्य गाथा: May 2011
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शुक्रवार, 6 मई 2011. मुफ्तखोरी की बीमारी. ऐसा ही चल रहा है, सभी जगह. प्रस्तुतकर्ता. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. सोमवार, 2 मई 2011. पदपूजा का आभामंडल. प्रस्तुतकर्ता. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). राजीव तनेजा - हंसते रहो. ब्लॉग आर्काइव.
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व्यंग्य - बाण: July 2011
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गोलमाल टीम इन तिहाड़. जो पुरूष प्रधान देश में नारियों को कलंकित करने के लिए एक और कहावत गढ़ दी।. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. सदस्यता लें संदेश (Atom). भारतीय ब्लॉगस का संपूर्ण मंच. व्यंग्य-बाण. दैनिक छत्तीसगढ में ब्यूरो चीफ जिला जांजगीर-चांपा. मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें. इंडियन एक्सप्रेस. केकड़ा. तिहाड़. दूल्हा. नारी महिमा. नेतागिरी. पीएम इन वेटिंग. ब्रह्मास्त्र. भस्मासुर. भ्रष्टम्. भ्रष्टाचारी. महात्मा गांधी. मोंटेक. रथयात्रा. राजनीति. वार्ता. हंगामा. मुखपृष्ठ. Kuchh aapki kuchh hamari.
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व्यंग्य गाथा: कैसी-कैसी पतंगबाजी
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शनिवार, 19 जनवरी 2013. कैसी-कैसी पतंगबाजी. प्रस्तुतकर्ता. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. 1 टिप्पणी:. काजल कुमार Kajal Kumar. 20 जनवरी 2013 को 12:14 am. उत्तर दें. टिप्पणी जोड़ें. अधिक लोड करें. पुरानी पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें (Atom). कुंजबिहारी साहू - चिराग. राजीव तनेजा - हंसते रहो. प्रमोद तांबट - व्यंग्य ब्लाग. शरद उपाध्याय - व्यंग्यकार. राजकुमार साहू - चिंतन. ब्लॉग आर्काइव.
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व्यंग्य गाथा: ‘ऐरे-गैरे’ की प्रतिक्रिया
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गुरुवार, 20 दिसंबर 2012. 8216;ऐरे-गैरे’ की प्रतिक्रिया. हालांकि, ये सब बातें, ‘ऐरे-गैरों’ को समझ में आती, तो फिर वे भूख-प्यास के साथ क्यों क्रिकेट देखते। क्यों अपनी दिन खराब करते? क्यों सिर खपाते क्रिकेट की किचकिच में? मैं भी ‘ऐरा-गैरा’ ही हूं, मैंने तो अपना काम कर दिया और आप, कब करेंगे? प्रस्तुतकर्ता. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. कोई टिप्पणी नहीं:. एक टिप्पणी भेजें. नई पोस्ट. पुरानी पोस्ट. मुख्यपृष्ठ.
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व्यंग्य - बाण: April 2011
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यही तो कला है, बाकी सब विज्ञान. कलयुग का अनूठा अस्त्र! शाकाहारी बकरा! नशा ही नशा है हुजूर! आम है या आलू आदमी. जबकि आम का रेट तो इस समय काजू बादाम के बराबर होता जा रहा है। क्या इतनी महंगाई में आम किसी आम आदमी के मुंह तक पहुंच सकता है? नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. सदस्यता लें संदेश (Atom). भारतीय ब्लॉगस का संपूर्ण मंच. व्यंग्य-बाण. दैनिक छत्तीसगढ में ब्यूरो चीफ जिला जांजगीर-चांपा. मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें. इंडियन एक्सप्रेस. केकड़ा. तिहाड़. दूल्हा. नारी महिमा. नेतागिरी. पीएम इन वेटिंग. Get the feed in RSS.
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व्यंग्य गाथा: January 2012
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रविवार, 29 जनवरी 2012. घोषणा ही तो है. 8216; घोषणा. 8217; के. नहीं।. 8216; घोषणा. 8217; इसलिए. चुनावी. दिनों. पहुंचे. गरियाने. 8216; घोषणा. 8217; की. कहानी।. नेताओं. उन्हें. 8216; घोषणा. 8217; फोड़ने. लोगों. नेताओं. फरमाएंगे।. प्रस्तुतकर्ता. 2 टिप्पणियां:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. शुक्रवार, 27 जनवरी 2012. क्रिकेट के नायक और खलनायक. इतना तो है, जब हम अच्छा करते हैं. प्रस्तुतकर्ता. इसे ईमेल करें. नई पोस्ट.
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व्यंग्य गाथा: December 2012
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गुरुवार, 20 दिसंबर 2012. 8216;ऐरे-गैरे’ की प्रतिक्रिया. हालांकि, ये सब बातें, ‘ऐरे-गैरों’ को समझ में आती, तो फिर वे भूख-प्यास के साथ क्यों क्रिकेट देखते। क्यों अपनी दिन खराब करते? क्यों सिर खपाते क्रिकेट की किचकिच में? मैं भी ‘ऐरा-गैरा’ ही हूं, मैंने तो अपना काम कर दिया और आप, कब करेंगे? प्रस्तुतकर्ता. कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. शनिवार, 15 दिसंबर 2012. प्रस्तुतकर्ता. 1 टिप्पणी:. नई पोस्ट.
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